Sunday, February 23, 2014

रक्त बिंदु ...

रक्त बिंदु, रक्त दे मन ले गया.
श्वास है बस, ये क्या जीवन रह गया?

- हर उस माँ के लिए जो शाश्वत प्रभु रूप है इस धरती पर.
प्रशांत.

Tuesday, February 11, 2014

बेवजह.

मुस्कुराना चाहता हूँ, बेवजह.
बचपन सजाना चाहता हूँ, बेवजह.

रो रहा जो घर गिरा के रेत का,
उसको हँसाना चाहता हूँ, बेवजह.

- prash.